प्यारी माँ
गलती करने पर डांटने वाली होती है वो
चोट लगने पर गोद मे उठा लेती है वो
डर जाये तो सीने से लगा लेती है वो
दुःखी हो तो आंचल में छुपा लेती है वो
मैने सुना है माॅ सब सहती है
फिर भी वो चुप रहती है
दूर जाने पर बहुत रोती है
हाथ उठाकर हमेशा बच्चों के लिये दुआ करती है वो
बच्चों की खुशी के लिये सब कर जाती है वो
मैने सुना है माॅ की दुआओं मे असर होता है
तभी तो अपने बच्चे की तड़प पर माॅ का दिल भी रोता है
हर काम कितनी आसानी से करती है वो
खुशी से अपने बच्चों का पालन पोषण करती है वो
कितनी निस्वार्थ होती है वो
ममता की मुरत होती है वो
मैने सुना है माॅ के हाथो मे जादू सा होता है
उसी के हाथो मे जाकर रोता बच्चा भी चुप होता है
जाने किस मिट्टी की बनी है वो
दर्द मे खुशी मे अपने बच्चे के सामने मुस्कुराती है वो
कितनी पावन कितनी शीतल होती है वो
आखिर माॅ बस माॅ होती है वो
By Neha Sharma
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