Wednesday 5 June 2013

ममतामयी माँ


ममतामयी माँ 


शीतलता  की छाँव है उसमे 
हर बात बिन कहे समझी है जिसने 
वो मर्दुलता की मूरत है 
सारी दुनिया की पवित्रता समायी है जिसमे 
हर दुःख झेल लेती है जो 
हर आह सही है जिसने 
वो सहनशील भी इतनी है 
दरिया की सकती है जिसमे 
लोगो ने माँ का नाम दिया है उसको 
ममता इतनी भरी है उसमे 
By Neha sharma



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