Wednesday 23 May 2012

एक आस

एक आस 



आँखों से दिल  में उतर जाना फितरत  है तुम्हारी,

हमें हर पल  सताना आदत है तुम्हारी,

यूँ तो हर शाम गुजरती है तन्हा,

पर वो शाम  ख़ास होगी जो गुजरेगी पनाहों में तुम्हारी,

ज़िन्दगी भर इंतज़ार  किया जिस पल का,

डर लगता  है  कही पल भर में सिमटकर हो ना जाये हल्का,

वादा  है हमारा ख़ुशी देंगे सबको,

जियेंगे  बनाकर अपना रब को,

कल  भले ही राहो में लाख  काँटें हो, 

लेकिन हम जानते  हैं आप अच्छा मुस्कुराते हो ,


वो दिन जब आप पास  होंगे जल्दी आएगा,सफ़र जिंदगी का आपके 

साथ  से कट जायेगा ,

BY NEHA SHARMA


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