तेरा अक्स
मै हंसकर कहा करता हूँ कहाँ दूर हु मै तुझसे
मुझमे तेरा अक्स है ये जो मोहब्बत अपनी
यादें जुडी है मेरी उनसे
तू देखती है जब भी मुझको हँसकर यूँ
मैं और जुड़ जाता हूँ तब तुझसे
तेरा दुपट्टा जो हवा में लहराता है
बांध गया हूँ मैं जैसे उससे
तेरा बालो को कानो के पीछे ऊँगली से लगाना
उलझ गया हूँ मई इन बालो में जैसे
कैसे बताऊ तुझको की क्या है तू मेरे लिए
मेरे हर सपने जुड़े है तुझसे
तुझ बिन जिंदगी जैसे अधूरी है मेरी
ये ज़िन्दगी जुड़ गयी है इस मोहब्बत में तुझसे
By neha sharma
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