अरमाँ
उनको बताना नहीं आता,
मुझको जताना नहीं आता,
मोहब्बत करते है उनको इतनी,
ये समझाना नहीं आता ।
होंठ सिल जाते है अक्सर जब उनसे बात होती है ,
और वो नादान समझते है हमे, कुछ बताना नहीं आता ।
इस दिल की बेचैनी वो समझ नहीं पाते ,
और हमे खामोश रहकर प्यार जताना नहीं आता ।
लिख़ रही हूँ चंद लफ्ज मोहब्बत के ,
फिर मत कहना की तुम्हे अपना बनाना नहीं आता ।
इस दिल में अरमाँ बहुत है आपको पाने के ,
बस क्या करे हमे उनको बताना नहीं आता ।
Created By - Nehha Sharma || May 2012
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